रामनगर न्यूज़ :- बस हादसा कई परिवारों को ताउम्र का दर्द दे गया। किसी ने अपना भाई खोया तो किसी ने मां और किसी के सिर से पिता का साया उठ गया। वहीं नन्ही तीन साल की शिवानी के सिर से माता-पिता दोनों का साया उठ गया। उसके माता-पिता की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद पहले पिता और बाद में मां ने दम तोड़ दिया। अस्पताल में चीखपुकार के बीच शिवानी अपने माता-पिता को खोजती दिखी। इससे अस्पताल के कर्मचारी भी बच्ची के दर्द को नहीं सह सके।
रामनगर उद्यान विभाग की खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण शाखा में बतौर सुपरवाइजर पद पर तैनात मनोज रावत पत्नी चारू और तीन साल की बेटी शिवानी के साथ दीवाली मनाने अपने गांव बिरखेत पौड़ी गढ़वाल गए थे। परिजनों के अनुसार छुट्टी सामाप्त होने पर वह बेटी और पत्नी के साथ वापस रामनगर आ रहे थे। बिरखेत से कुछ दूरी पर बस चली ही थी कि मोड पर अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे में मनोज और चारू की मौत हो गई। शिवानी हादसे के बाद अपने माता- पिता को खोजती रही। मनोज-चारू की शिवानी एकलौती संतान है। दोनों ही शिवानी का विशेष तौर पर ध्यान रखा करते थे। उद्यान प्रभारी अर्जुन सिंह परवाल ने बताया कि मनोज विज्ञान शाखा में युवाओं को प्रशिक्षण देते थे। वह कई वर्षों से रामनगर में ही तैनात थे।