
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्थानीय संस्कृति एवं पारंपरिक धरोहर को प्रदर्शित करने के संबंध में भी विशेष प्रबंध किए जाएं, जिससे प्रदेश का समृद्ध पर्यटन और अधिक सशक्त हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड की दिव्यता एवं आध्यात्मिकता को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में यह यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। यशस्वी प्रधानमंत्री जी का देवभूमि में स्वागत करने हेतु हम सभी उत्साहित हैं।