सितारगंज (ऊधमसिंह नगर):- पत्नी की हत्या के मामले में केंद्रीय कारागार में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी सुशील विश्वास की मौत हो गई। वह दमा से पीड़ित था। एंबुलेंस से हल्द्वानी ले जाते समय उसने रास्ते में उसने दम तोड़ा।
जेलर सत्यपाल सिंह ने बताया कि शक्तिफार्म के 12 फैमिली बैकुंठपुर गांव निवासी कैदी सुशील विश्वास उर्फ सुशील शील (53) पुत्र जयंत शील बीमारी के कारण वह कमजोर हो गया था। मंगलवार को हालत बिगड़ने पर इलाज के लिए उसे एसटीएच हल्द्वानी भेजा गया था।
सुशील विश्वास ने साल 2005 में अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। वर्ष 2006 में उसे नैनीताल के जिला एवं सत्र न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद उसे हल्द्वानी उप कारागार से केंद्रीय कारागार में भेजा गया। जेलर सत्यपाल सिंह ने बताया कि 17 अप्रैल 2017 को सुशील केंद्रीय कारागार से फरार हो गया था। करीब चार साल तक जेल प्रशासन और पुलिस उसकी तलाश में जुटी रही। 30 अगस्त 2021 को सुशील कोलकाता से पकड़ा गया। इसके बाद वह हल्द्वानी जेल में बंद रहा। जेल से भागने पर नैनीताल जिला एवं सत्र न्यायालय में आईपीसी की धारा 224 के तहत सुनवाई हुई। जून 2023 को उसे दो साल की अतिरिक्त सजा सुनाई गई। इसके बाद उसे केंद्रीय कारागार भेजा गया था।