नैनीताल :- विदेश में कर रहे नौकरी, परिवार खा रहा है गरीबों का राशन…..

बेटा विदेश में नौकरी कर रहा है। पिता की आय भी अच्छी है। इसके बाद भी परिवार के लोग गरीबों के राशन पर डाका मार रहे हैं। पूर्ति विभाग की जांच में जग्गीबंगर हल्दूचौड़ क्षेत्र में ऐसे सात मामले पकड़ में आए हैं। इनके अलावा 80 मामले ऐसे मिले जो सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद सफेद राशन कार्ड का राशन ले रहे थे। ऐसे लोगों से वसूली करने के साथ ही उनका कार्ड भी निरस्त किया जाएगा।

एक ग्राम प्रधान, उसके भाई का भी निरस्त हो चुका है राशन कार्ड

हल्दूचौड़ क्षेत्र के एक ग्राम प्रधान के पास राष्ट्रीय खाद्य योजना का सफेद राशन कार्ड था। उनके भाई के पास गरीबी रेखा से नीचे का कार्ड था। पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मार्च 2023 में इन दोनों कार्ड को निरस्त कर दिया गया है।

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जांच के लिए जग्गी बंगर पहुंची टीम

राशन कार्डों की जांच के लिए बृहस्पतिवार को टीम ग्राम पंचायत जग्गी बंगर पहुंची। क्षेत्र के आरटीआई कार्यकर्ता ने अपात्र लोगों के राशन कार्ड बने होने की शिकायत की थी। इस मामले में हल्द्वानी एसडीएम की अध्यक्षता में राज्य खाद्य आयोग की टीम गठित की गई। खंड विकास अधिकारी एवं खाद्य पूर्ति निरीक्षक जांच को पहुंचे। ग्राम पंचायत सभागार में प्रधान दीपा बिष्ट एवं ग्राम पंचायत की महिला-पुरुषों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान रोहित बिष्ट, मनोज, मनोज पांडे, कमला बेलवाल, दीपा बिष्ट, नवीन शर्मा, भावना बिष्ट, गोपाल दुम्का, हेम कांडपाल, गीता, ममता जोशी आदि मौजूद थे।

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नैनीताल जिले के अमीर परिवार गरीबों के राशन पर डाका डाल रहे हैं। जिले में कई ऐसे परिवार हैं जो राशन कार्ड के मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं। अधिक आय वाले भी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, राज्य खाद्य सुरक्षा योजना और अंत्योदय राशन कार्ड का लाभ ले रहे हैं। इस कारण पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस कारण जिले में करीब छह हजार पात्र लोगों के राशन कार्ड नहीं बन पा रहे हैं।

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जग्गीबंगर हल्दूचौड़ में ऐसी शिकायत सामने आने के बाद पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि परिवार के कई सदस्य विदेश में हैं जबकि उनके परिवार का राष्ट्रीय खाद्य याेजना का राशन कार्ड बना है।

एआरओ गिरीश जोशी ने बताया कि करीब सात ऐसे लोग सामने आए हैं, जिनके परिवार का सदस्य विदेश में नौकरी करता है। वे राष्ट्रीय खाद्य योजना का कार्ड बनवाए बैठे हैं। सरकारी स्कूल के शिक्षक, कर्मचारी भी सामने आए हैं। दो दिन में जांच पूरी हो जाएगी। इसके बाद अपात्र व्यक्तियों के राशन कार्ड निरस्त किए जाएंगे। इनसे वसूली भी की जाएगी।

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