रामनगर न्यूज़ :- उत्तराखंड में भ्रष्टाचार पर विजिलेंस लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। विजिलेंस की कुमाऊं टीम ने शुक्रवार को रामनगर के आरटीओ ऑफिस में बड़ी कार्रवाई की। यहां विजिलेंस की टीम ने एआरटीओ ऑफिस के प्रशासनिक अधिकारी को 2200 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी ललित मोहन आर्या एक ई रिक्शा के रजिस्ट्रेशन के बदले रिश्वत की मांग कर रहा था। जिसकी शिकायत ई रिक्शा मालिक की तरफ से विजिलेंस में की गई। इसके बाद विजिलेंस ने पूरे मामले की जांच की। विजिलेंस की गुप्त जांच में शिकायत ठीक पाई गई। इसके बाद विजिलेंस की टीम ने शनिवार को एआरटीओ दफ्तर में छापेमारी की। जिसमें आरोपी प्रशासनिक अधिकारी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हो गया।
शिकायतकर्ता द्वारा सतर्कता सैक्टर हल्द्वानी में शिकायत की गयी कि एआरटीओ कार्यालय रामनगर के प्रशासनिक अधिकारी ललित मोहन आर्या द्वारा ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन कराने की एवज में प्रति फाईल 2200 की मांग की जा रही है।
विजिलेंस की तरफ से जारी प्रेस नोट में कुछ इस तरह की बातों का जिक्र किया गया है।
विजिलेंस के प्रेस नोट में लिखा गया है कि शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था, तथा भ्रष्ट सरकारी कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही चाहता था।
उक्त शिकायत पर सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर हल्द्वानी द्वारा गोपनीय जाँच किये जाने पर प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन किया गया, जिनके द्वारा नियमानुसार कार्यवाही करते हुए आज दिनाक 22.12.2023 को अभियुक्त ललित मोहन आर्या, प्रशासनिक अधिकारी, एआरटीओ कार्यालय रामनगर को शिकायतकर्ता से रू. 2200 रिश्वत ग्रहण करते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त से पूछताछ जारी है, उक्त प्रकरण में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। निदेशक सतर्कता महोदय द्वारा ट्रैप टीम को नकद पुरुस्कार की घोषणा की गयी ।
नोट: अगर आप से भी कोई सरकारी अधिकारी या चुनाव हुआ जनप्रतिनिधि किसी काम के बदले रिश्वत मांगे तो आप तुरंत शिकायत करें। विजिलेंस का टोल-फ्री हैल्पलाईन न० 1064 एवं Whatsapp हैल्पलाईन नं. 9456592300 चौबीस घंटे आपकी मदद के लिए खुला रहता है।