गोवा केरल व महाराष्ट्र में जेएन.1 वैरिएंट के मामले मिले, हर तीन माह में मॉक ड्रिल करने के निर्देश
बुलंदशहर व गाजियाबाद में भी मिले दो संक्रमित
बुलंदशहर में 17 वर्षीय किशोर व गाजियाबाद में शास्त्रीनगर निवासी पार्षद की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों को घर में ही आइसोलेट कर दिया गया है। संपर्क में आने वालों की कोविड जांच कराई जा रही है।
घबराने नहीं, सतर्क रहने की जरूरत : मांडविया
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, घबराने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है। हमारी तैयारियों में कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए। इसी सप्ताह से अस्पतालों में वेंटिलेटर व टीका भंडारण की समीक्षा होगी।
New Delhi :- देश में कोरोना के मामलों में फिर उछाल आया है। मंगलवार को बीते 24 घंटे में 614 नए केस सामने आए। यह मई के बाद एक दिन का सर्वाधिक आंकड़ा है। वहीं, तीन राज्यों में कोविड-19 के नए उप-स्वरूप (वैरिएंट) जेएन. 1 के 21 मामलों का भी पता चला है।
केंद्र ने सभी राज्यों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है। तैयारियों का जायजा लेने के लिए हर तीन माह में सभी सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल होगा। कोरोना के नए वैरिएंट की निगरानी के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने का निर्देश दिया है। राज्यों के साथ समीक्षा बैठक में बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, स्वास्थ्य राजनीति का क्षेत्र नहीं है। फिर साथ मिलकर काम करने का समय है। वहीं, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि जेएन. 1 वैरिएंट के 19 मामले गोवा में, जबकि केरल व महाराष्ट्र में एक-एक केस मिला है।
चार राज्यों में बढ़ा संक्रमण
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने बताया कि केरल, महाराष्ट्र, झारखंड और कर्नाटक में संक्रमण बढ़ा है। सर्वाधिक 292 मामले केरल में मिले हैं। दो हफ्ते में तीन मरीजों की मौत हुई है। 2,311 सक्रिय केसों में से 92.8% मरीज घरों में आइसोलेशन पर हैं।
नया वैरियंट खतरनाक नहीं
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन. 1 को वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट करार देते हुए कहा कि इससे लोगों को ज्यादा खतरा नहीं है। अब तक मिले आंकड़ों और हालात के अनुसार स्वास्थ्य के लिए यह ज्यादा खतरनाक नहीं है।