देहरादून (बड़ी खबर) : रोजगार का बेहतर अवसर, जल्द होगी बीआरपी-सीआरपी की भर्ती….

Ad Ad
  • बीआरपी-सीआरपी भर्ती की तैयारी शुरू

हल्द्वानी न्यूज़ – शिक्षा विभाग के बीआरपी और सीआरपी के पदों को आउटसोर्स से भरने की तैयारी शुरू हो गई है। समग्र शिक्षा उत्तराखंड ने 955 पदों पर भर्ती के लिए कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग से सहयोग मांगा है।

इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने सेवायोजन विभाग के रोजगार प्रयास पोर्टल के देहरादून स्थित नोडल कार्यालय को पत्र भेजा है। सेवानिवृत्त शिक्षक भी भर्ती का हिस्सा बन सकेंगे। मानदेय 40 हजार रुपये तय किया गया है। हालांकि अब आचार संहिता के बाद ही भर्ती की योजना है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (बीआरपी) व संकुल रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) की नियुक्ति की जाती है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड : आज से बारिश और तूफान का ऑरेंज अलर्ट जारी

पूर्व में इन पदों पर शिक्षकों को ही जिम्मेदारी दी जाती थी। बाद में इन पदों को आउटसोर्स के माध्यम से भरे जाने का निर्णय लिया गया। 2022 में इस संबंध में आदेश भी जारी हुआ था। हालांकि, भर्ती की प्रक्रिया और स्पष्ट नियमावली न होने से अब तक सीआरसी और बीआरसी के पदों पर सरकारी स्कूलों के शिक्षक ही कार्य कर रहे थे। इधर, 15 मार्च को समग्र शिक्षा उत्तराखंड के राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय को पत्र भेजा है। जिसमें बीआरपी के 285 और सीआरपी के 670 पदों को भरे जाने के लिए रोजगार प्रयाग पोर्टल पर समग्र शिक्षा उत्तराखंड में लॉग इन आईडी बनाने का अनुरोध किया है।

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून : इन 6 जिलों में तेज बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी

सीआरपी किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 55 प्रतिशत अंकों के साथ किसी भी विषय में स्नातकोत्तर व बीए, सेवानिवृत्त शिक्षकों के लिए बीएड/एलटी जरूरी। सीटीईटी/यूटीईटी प्रमाणपत्र व कंप्यूटर में एमएस ऑफिस, पावर प्वाइंट, ईमेल आदि चलाने में दक्षता।

यह भी पढ़ें 👉  दिल्ली :- सैनिक स्कूल के बच्चों ने पहली बार में ही किया कमाल, 76 छात्रों ने दी थी एनडीए परीक्षा, 32 ने बाजी मारी

साथ स्नातक व प्रासंगिक विषय के साथ स्नातकोत्तर उत्तीर्ण, बीएड डिग्री व सेवानिवृत्त शिक्षकों के लिए बीएड/एलटी होना जरूरी। इसके अलावा सीटीईटी/यूटीईटी प्रमाणपत्र, कंप्यूटर में एमएस ऑफिस, पावर प्वाइंट, ईमेल आदि चलाने में दक्षता।

अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती ने बताया कि प्रयाग पोर्टल पर पंजीकरण के लिए पत्राचार किया गया है।

सम्बंधित खबरें