

धारी, नैनीताल :- ग्राम पंचायत गुनीगांव की श्रीमती मन्जू देवी ने यह सिद्ध कर दिया कि अगर इच्छाशक्ति हो और सही मार्गदर्शन मिले, तो किसी भी सपने को हकीकत में बदला जा सकता है। ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित ‘ग्रामोत्थान परियोजना’ (पूर्व नाम रीप) के अंतर्गत मन्जू देवी को व्यक्तिगत उद्यम गतिविधि हेतु चयनित किया गया, जिससे उनका जीवन और आजीविका दोनों बदल गई।
पूर्व में दैनिक मजदूरी के अस्थायी कार्य पर निर्भर मन्जू देवी के परिवार के पास स्थायी आमदनी का कोई साधन नहीं था। तीन महीने का ब्यूटी पार्लर प्रशिक्षण प्राप्त करने के बावजूद पूंजी के अभाव में वह इस व्यवसाय को शुरू नहीं कर पा रही थीं। ग्रामोत्थान परियोजना से व्यक्तिगत उद्यम गतिविधि अंतर्गत ब्यूटी पार्लर संचालन हेतु उन्हें 30,000 रुपये की सहयोग राशि दी गई और कर्मचारियों की मदद से 50,000 रुपये का बैंक ऋण भी स्वीकृत कराया गया। इसके अलावा मन्जू देवी ने स्वयं 20,000 रुपये का अंशदान किया।
जुलाई 2024 में उन्होंने ब्यूटी पार्लर का संचालन शुरू किया। अब वह लगभग 4,000 5,000 रुपये की मासिक आय अर्जित कर रही हैं जिससे उनके परिवार को स्थायी आजीविका का सहारा मिला है।
ग्रामोत्थान परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। मन्जू देवी जैसी महिलाओं की सफलता इस बात का प्रमाण है कि सही सहयोग और मार्गदर्शन से ग्रामीण क्षेत्रों में भी उद्यमिता को बढ़ावा दिया जा सकता है। – मुख्य विकास अधिकारी नैनीताल
“हमारा लक्ष्य ग्रामीण महिलाओं को आजीविका के स्थायी साधन उपलब्ध कराना है। मन्जू देवी की सफलता ने अन्य महिलाओं को भी प्रेरित किया है और वे अब सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक हो रही हैं।” – जिला परियोजना प्रबंधक, ग्रामोत्थान नैनीताल