नैनीताल न्यूज़ :- दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन व माह के द्वितीय शनिवार और रविवार के चलते नैनीताल में दो दिन तक सैलानियों का तांता लगा रहा। होटल एसोसिएशन की मानें तो नैनीताल के होटल व्यवसाय में करीब 15 करोड़ का कारोबार हुआ। इसका लाभ सिर्फ होटल, गेस्ट हाउस और होम स्टे संचालकों को ही मिल सका। इधर पर्यटन से जुड़े छोटे व्यवसायियों की उम्मीदों पर लगातार हो रही बारिश ने पानी फेर दिया।
नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन के चलते वहां तीन दिनी अवकाश का असर नैनीताल के पर्यटन कारोबार पर पड़ा। दिल्ली में छुट्टियां होते ही दिल्ली समेत आसपास के क्षेत्रों से सैलानी नैनीताल पहुंचे। शुक्रवार से ही नैनीताल के अधिकांश होटल, होम स्टे और गेस्ट हाउस पैक हो गए थे।
नैनीताल शहर में करीब 320 होटल, होम स्टे व गेस्ट हाउस पंजीकृत है जिसमें करीब तीन हजार कमरे हैं। इसके साथ ही सैकड़ो की संख्या में बिना पंजीकृत होम स्टे व गेस्ट हाउस का भी संचालन होता है। ऐसे में इन दो दिनों में नैनीताल शहर के गेस्ट हाउस व होम स्टे में ढाई से चार हजार जबकि होटलों में चार से दस हजार तक रेट चल रहे थे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि दो दिनों में करीब 15 करोड़ का कारोबार हुआ है।
शुक्रवार को नैनीताल में अन्य पर्यटन कारोबार खूब चला लेकिन शनिवार से हुई बारिश के चलते अन्य गतिविधियां प्रभावित हो गई। शनिवार से हुई लगातार बारिश की वजह से यहां पहुंचे सैलानी होटलों के कमरों में बाहर नहीं निकल सके। इस वजह से पर्यटन गतिविधियों से जुड़े छोटे व्यवसायियों को धंधा चौपट रहा। इधर रविवार को सैलानियों ने नैनीताल से वापसी कर ली है। नाव मालिक समिति के अध्यक्ष राम सिंह के अनुसार शुक्रवार को ठीक-ठाक कारोबार हुआ। बारिश के चलते शनिवार को कुछ ही नौकाएं चलीं, जबकि रविवार को एक ही नौका का संचालन नहीं हो सका। वहीं मो. उमर ने बताया कि शनिवार को कुछ पर्यटक घुड़सवारी को पहुंचे और रविवार को एक भी सैलानी नहीं आया।
जुलाई-अगस्त में हुई बारिश के चलते कारोबार ठप पड़ा हुआ था, दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के चलते नैनीताल की ओर सैलानियों ने रुख किया। जिसके चलते पर्यटन को संजीवनी मिली है। अनुमान लगाया ज रहा है कि करीब 12 से 15 करोड़ का कारोबार हुआ है।