उधमसिंह नगर- नानकमत्ता के डेरा कर सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। लेकिन एफआईआर में जो नाम शामिल हुए हैं। वह बेहद हैरान करने वाले हैं। एफआईआर में सबसे बड़ा नाम उत्तराखंड के पूर्व IAS हरबंस सिंह चुघ का है। हरबंस सिंह चुघ नानकमत्ता के प्रधान है। पुलिस ने चुघ समेत चार अन्य पर एफआईआर दर्ज की गई है।
जसवीर सिंह निवासी चारुबेटा खटीमा ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि 28 मार्च को डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह परिसर में बाहर कुर्सी पर बैठे थे। तभी बाइक सवार दो लोग पहुंचे उन्होंने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। हमलावरों ने सेवादार जसपाल सिंह पर भी फायर किया।
दोनों हमलावर गुरुद्वारे के यात्री निवास में ही ठहरे
घटनास्थल पर मौजूद अन्य सेवादारों ने हमलावरों गोली चलाते, हमला कर भागते हुए देखा। दोनों हमलावर 19 मार्च से गुरुद्वारा परिसर में भाई मरदाना यात्री निवास के कमरे में ठहरे हुए थे। दोनों हमलावरों को डेरा कारसेवा में दो दिन पहले घूमते देखा था। जिसमें से एक आरोपित का नाम सरबजीत सिंह पुत्र स्वरुप सिंह निवासी ग्राम मियांविड जिला तरनतारन (पंजाब) कमरे में मिली आइडी से तस्दीक हुआ है।
दोनों हमलावर सराय में रहने के लिए बिना वाहन आए थे। उनके पास तब कोई हथियार भी नहीं देखा गया था। जिससे प्रतीत होता है कि हमलावरों को बाइक और हथियार स्थानीय व्यक्ति ने उपलब्ध कराया। बाइक में पीछे बैठा हमलावर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टा पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी ग्राम सिहौरा थाना बिलासपुर जिला रामपुर(उ.प्र.) का है।
पुलिस ने जसवीर की तहरीर पर सरबजीत सिंह व अमरजीत सिंह के अलावा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री नानकमत्ता साहिब के प्रधान और पूर्व IAS हरबंस सिंह चुघ, तराई महासभा के उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह संधू और गुरुद्वारा श्री हरगोविंद सिंह रतनपुरा नवाबगंज (उ.प्र.) के मुख्य जत्थेदार बाबा अनूप सिह के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है।